लखनऊ। हिंदू युवतियों का मतांतरण करने और विदेश फंडिंग से जमीन का कारोबार करने वाले मास्टरमाइंड जलालुद्दीन उर्फ छांगुर, नीतू और नवीन को जमीन बेचने वालों से भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ तेज कर दी है। जमीन का सौदा करने वालों को ईडी ने अभिलेख और लेनदेन के साक्ष्य के साथ लखनऊ कार्यालय पहुंचने की नोटिस दी है। इसमें लोगों को अलग-अलग तिथि पर बुलाया गया है। मधपुर में छांगुर की सहयोगी नीतू की जिस कोठी को गिराया गया है, उस जमीन को बेचने वाले सगे भाइयों दुर्गेश कुमार त्रिगुनायक और संतोष कुमार त्रिगुनायक को ईडी ने शुक्रवार को लखनऊ बुलाया था।
दोनों ने पांच बीघा 13 बिस्वा जमीन सवा करोड़ रुपये में दी थी। दोनों भाई ईडी कार्यालय गए थे। कोठी के लिए ही मधपुर के पूर्व प्रधान जुम्मन खां को पांच अगस्त को बुलाया गया है। ईडी की नोटिस में छांगुर, नीतू और नवीन को जमीन बेचने में की गई लेनदेन और अभिलेख साथ लाने को कहा गया है। नीतू की कोठी के लिए पूर्व प्रधान ने नवीन को 42 लाख रुपये में जमीन दी थी। इसके साथ ही अफसर अली, इक्तिदा खान, वसीम अहमद, समीम मलिक, मलिक अली अहमद, शहजाद शेख समेत अन्य लोगों ने जमीन बेची है।
चार जमीन और खरीदी है, जिसकी कीमत करीब छह करोड़ रुपये है। ईडी की कई टीमों ने छांगुर व उनके करीबियों के यहां 17 जुलाई को उतरौला समेत 15 ठिकानों पर छापेमारी की थी। जिन लोगों के यहां छापेमारी की गई थी, उन सभी लोगों को ईडी की नोटिस मिली है। दूसरी तरफ बैंकों से लेनदेन का विवरण आयकर की टीम अलग से संकलित कर रही है। छांगुर के साथ एसटीएफ की एफआइआर में शामिल 18 लोगों में से बाहर घूम रहे नौ आरोपितों में खलबली है।